दालचीनी एक वृक्ष की छाल होती है। यह कीटाणुनाशक, वातनाशक, फफूंदनाशक तो होती है, जी मिचलाने और उल्टी को रोकने में भी बेहद कारगर साबित होती है। सर्दियों के इस मौसम में घर में कई तरह से इसका इस्तेमाल किया जाता है।
सर्दी जुकाम हो तो एक चम्मच शहद में चुटकी भर दालचीनी पाउडर मिलाकर उंगलियों की सहायता से चाटे। ऐसा दिनभर में तीन बार कर सकते हैं। इससे पुराने कफ में भी राहत मिलेगी।
दालचीनी का नियमित इस्तेमाल करने से मौसमी बीमारियां दूर होती है।
दालचीनी पाउडर और शहद को 1:5 के अनुपात में मिलाकर दांत में दर्द वाली जगह पर लगाने से दर्द से तुरंत राहत मिलती है।
बालों के झडने की समस्या में छुटकारा पाने हो तो गर्म जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पेस्ट बना ले। नहाने से पहले इस पेस्ट को सिर में लगा ले। 15 मिनट बाद गर्म पानी से सिर को धो ले।
शहद के साथ दालचीनी का सेवन करने से पेट की दर्द से राहत मिलती है। गैस की समस्या हो तो शहद और दालचीनी पाउडर बराबर मात्रा में मिलाकर सेवन करें। इससे गैस से तो राहत मिलेगी ही, मानसिक तनाव भी दूर होगा और स्मरण शक्ति भी बढ़ेगी।
मुंह से बदबू आने पर दालचीनी का एक छोटा सा टुकड़ा चूसे। यह एक अच्छी माउथ फ्रेशनर साबित होती है।
मुंहासे व ब्लैक हेड्स हो तो नींबू के रस से रस में दालचीनी पाउडर मिलाकर लगाए, मुंहासे व ब्लैक हेडस् ठिक हो जाएंगे।
मलेरिया हो जाने या गला बैठ जाने पर दालचीनी बहुत उपयोगी साबित होती है। इसके लिए एक गिलास पानी में थोड़ा-सा दालचीनी पाउडर और थोड़ी सी काली मिर्च डालकर उबाले व शहद के साथ मिलाकर इसका सेवन करें। जरूर आराम मिलेगा।
सुबह शाम 3-3 ग्राम दालचीनी पाउडर पानी के साथ लेने से दस्त ठीक हो जाते हैं।
सुबह एक कप गर्म पानी में शहद और दालचीनी पाउडर मिलाकर पीने से शरीर में चर्बी कम होती है, इसलिए मोटापे का भी यह एक कारगर उपाय साबित होता है।अगर अर्थराइटिस का दर्द हो तो एक चम्मच दालचीनी पाउडर को दो तिहाई पानी वह एक तिहाई शहद में मिलाकर लेप बना ले। इस दर्द वाली जगह पर लगाए, 15 मिनट से ही दर्द फुल हो जाएगा ।