Latest New

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

हेल्दी स्किन के लिए योगासन...!


मार्जरासन

S वज्रासन में बैठे जाएँ।
S हाथों को समान दुरी रखते हुए जमीन पर टिकाकर शरीर को आगे की तरफ ले जाएँ, और पैरों को भी समान दुरी पर रखकर इस तरह की पोजीशन बनाएँ, जैसे चार पैरों पर खड़ा हुआ जाता है।
S साँस को बाहर छोड़ते हुए पीठ को कमान के आकार में लाएँ व सिर को कंधों के बीच ले जाएँ। ठुड्डी को छाती की तरफ झुकाएँ। यह प्रक्रिया धीरे-धीरे और सावधानीपूर्वक करें।
S अब साँस लेने के लिए सिर को ऊपर उठाएँ और पीठ को निचे की तरफ झुकाएँ। साँस छोड़ने के लिए फिर वही प्रक्रिया अपनाएँ। ३० सेकंड तक यह करें और फिर बालासन में आराम करें।

सावधानी : यदि घुटनों पर ज्यादा वजन पड़ रहा हो और दर्द हो तो आसन कंबल पर करें।

फायदे : रीढ को लचीला बनता है। बैक और पेल्विक भाग को मजबूत बनाता है।

दंडासन

S जमीन या गद्दी पर बैठ जाएँ। पैरों को बाहर की तरफ स्ट्रेच करें, अँगुलियाँ अंदर की तरफ सीधी रखें। नितंबों के दोनों तरफ हथेलियों को जमीन पर रखें। पीठ एकदम सीधी रखकर सिर भी सीधा रखें, और सामने की तरफ देखे। साँस ले, 20-३० सेकंड तक रोकें, फिर छोड़े।

सावधानी : अगर आपको पीठ सीधी रखने में दिक्कत हो या पीठ मोड़कर बैठने की आपकी आदत हो तो कंबल बिछाकर बैठे, या फिर अतिरिक्त सपोर्ट के लिए दीवार का सहारा लेकर बैठे।

फायदे : पैरों को टोन करके पोश्चर को भी सही करता है।

हलासन

S शवासन में लेट जाएँ। दोनों पैर आपस में जुड़े हुए हों। हथेलियों को जमीन पर रखें।
S साँस छोड़े, पैरों को उठाते हुए ९० डिग्री का कोन बनाएँ, फिर उन्हें और मोड़ते हुए छाती और चेहरे के ऊपर ले आएँ।
S पीछे ले जाकर पैरों को जमींन पर टिका दें। साँस सामान्य गति से ले।

सावधानी: अगर इस आसन को करने में दिक्कत या दर्द हो रहा हो, तो आसन न करें। माहवारी के दौरान भी यह आसन न करें। शुरू में इस आसन को तज्ञ के मार्गदर्शन में करें।

फायदे: फेफड़ों को स्वस्थ व रोगमुक्त रखता है। शरीर में उर्जा का संचार करते हुए, रक्त शुद्धिकरण के साथ-साथ लीवर को भी स्वस्थ रखता है।

शवासन

जमीन पर पीठ के बल सीधे लेट जाएँ। दोनों पैरों के बीच थोडी दुरी रखें।
हाथों को जाँघ के समानांतर थोडी दूरी पर रखें और हथेलियाँ ऊपर की ओर खुली हों।
आँखे बंद, गरदन सीधी और पूरे शरीर को तनाव रहित रखें।
जितनी देर संभव हो, इसी अवस्था में रिलैक्स करें।

सावधानी: लोअर बैक से पीड़ित लोगों को यह आसन नहीं करना चाहिए।

फायदे: सिरदर्द, थकान और अनिद्रा को दूर भगाने में यह आसन सहायक है। शरीर और मन के बीच सामंजस्य होने के कारण, यह आसन तनाव को कम करता है। यह हाई ब्लडप्रेशर को कम करने में बहुत फायदेमंद है।