अंकुरित भोजन को सुपर फ़ूड कहा जा सकता है, चूंकि ये स्वास्थ्य और ऊर्जा बढ़ाता है। इसमें सभी प्रकार के रॉ फ़ूड के पौष्टिक तत्व समाये होते हैं।
अंकुरित भोजन क्यों ?
अंकुरित अनाज का रोग प्रतिरोधकता बढाने वाला भोजन है। स्वास्थ्य के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधी प्रणाली का चुस्त-दुरुस्त होना जरुरी है। यह प्रमाणित हो चूका है कि, जो भोजन हम करते है उसमें मौजूद पौष्टिक तत्व हमारे शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा को और मजबूत कर हमें इन्फेक्शन और बीमारियों से बचाते है। अंकुरित अनाज का सेवन करना फ़ूड एंजाइम्स के साथ डाइट सप्लीमेंट लेने का एक बेहतर जरिया है, जो सीधे-सीधे शरीर में होने वाले हरेक बायोकैमिकल रिएक्शन के लिए महत्वपूर्ण है।
अंकुरित अनाज क्या है ?
अंकुरित अनाज खाए जाने से योग्य बीज होते है। जिनमें अंकुरण होता है। जब आप किसी बीज को अंकुरित करते हैं। तो उसके एंजाइम्स सक्रीय हो जाते है, और स्टार्च साधारण शुगर में तब्दील हो जाती है।
इसके लाभ
ये एंटीऑक्सीडेट्स, विटामिन 'ए', 'बी', 'सी', और 'इ' कैल्शियम, पौटेशियम, मैग्नेशियम, आयरन, सेलेनियम और जिंक के बेहतरीन स्त्रोत होते है। अंकुरित अनाज संतुष्टिदाटक होने के साथ कम कैलोरी वाले, हल्के और आसानी से पचाए जा सकते हैं। अंकुरण विधि से इसमें बहुमूल्य अमीनो एसिड (प्रोटीन) तत्व बढ़ जाता है।
क्या अंकुरित करें
ज्यादातर बीज, अनाज, दालें, फलियां और नट्स को अंकुरित किया जा सकता है। प्रचलित अंकुरित चीजें है मूंग, अल्फ़ालफा, किडनी बीन्स, चिकपीज और फेनूग्रीक सीड्स।
कैसे इस्तेमाल करें
अंकुरित पदार्थ, स्वाद में क्रिस्पी और हल्के मीठे और क्रंची होते है। इनको सलाद में शामिल करने के अतिरिक्त सेंडविच, सूप, सब्जियों और अन्य डिश में मिलाकर भी खाया जा सकता है। गेहूं, बाजरा और राई के दानों को अंकुरित कर उनकी 'सब्जी' खा सकते हैं।कैसे तैयार करें
1) किसी भी बीज को लगभग 8 घंटे तक पानी में भिगोकर रखें। इसके लिए जार, ट्रे, स्प्राउटिंग बैंग का इस्तेमाल किया जा सकता है।
2) हर १२ घंटे पर अंकुरित बीजों को अच्छी तरह से धो लें।
3) पानी बहा दें, चूंकि ठहरे पानी से बीज खराब हो सकते हैं।
4) जो बीज अंकुरित हो चुके हों, उन्हें धीरे-धीरे अलग कर दें। इससे जो बीज कम अंकुरित हुए होंगे, उन्हें भी बढ़ने का मौका मिलेगा।
5) इन्हें ठंडी जगह पर स्टोर करें।