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थकान क्यों कैसे व दूर करने के उपाय... !






वर्तमान समय में हमारे जीवन में व्यस्तता, रहन-सहन, आचार-विचार, खान-पान में भारी बदलाव आया है। सुबह से शाम भागादौडी, सुबह जल्दी घर से निकलना, देर रात तक घर पर पहुँचना, कई नौकरीपेशा 100-१५० कि.मी. तक अप-डाउन करते हैं। बैठने की उचित व्यवस्था के कारण रेल यात्री तो ज्यादा परेशान नहीं होते हैं, किन्तु बस यात्री व दुपहिया वाहन वाले यात्री ज्यादा परेशानी का सामना करते हैं। प्रात: 4 या 5 बजे उठना, खाना तैयार करना, फिर स्टेशन तक जाना तथा ठंड, गर्मी, बरसात तीनों मौसम की मार झेलना, इन कारणों से ऐसी परिस्थितियाँ उत्पन्न हो गई है कि, शाम व्यक्ति घर थकाहरा पहुँचता है। इसके अलावा खून की कमी, नींद पूरी न होना, समय से नहीं सोना, आवश्यकता से कम भोजन, पानी कम पीना, रक्तचाप, मधुमेह इत्यादि अनेकों कारण हो सकते है कि, हमें थकान का अनुभव हो। वैसे तो थकान या थकने निश्चित फार्मूला नहीं होता, कभी-कभी काम ज्यादा करने से भी थकान का हो सकती है, तो काम नहीं करने से भी व्यक्ति थक जाता है। कभी-कभी ज्यादा घूमने व ज्यादा व्यायाम करने से भी थकान होती है।

थकान दूर करने के उपाय

प्रतिदिन गर्मी में प्रात: 5 बजे व जाड़े के दिनों में 6 बजे उठकर 3/4 गिलास पानी पीएं। शौचादि से निवृत होकर घूमने जाएं या योगासन करें।

यूनिवर्सिटी ऑफ़ जार्जिया के एक शोध के मुताबिक जो वयस्क हफ्ते में तीन दिन कम से कम 20 मिनट के लिए व्यायाम करते हैं, उन्हें थकान बिल्कुल भी नहीं होती है। व्यायाम को थकान से जोड़ना सरासर गलत है, बल्कि व्यायाम ताजगी और भरपूर नींद लाने में काफी सहायक है।

व्यायाम सर्दी, गर्मी और प्रतिकूल वातावरण से भी हमारे शरीर की रक्षा करता है। आयुर्वेद के ग्रंथों में थकावट दूर करने के लिए कई उपाय बताये हैं। चरक ने स्नान को थकावट दूर करने का सबसे अच्छा व कारगर उपाय बताया है।

जाड़े के दिनों में धूप में बैठकर पूरे शरीर पर विशेष रूप से पैरों पर मालिश करने से थकान दूर होती है। सूर्य की रोशनी में रहने से सेरोटोनिन आपके दिमाग में बनता है, जो थकान व आलस्य को दूर करता है। थकान अधिक होने पर लम्बी गहरी सांसे लें उपरांत शवासन करें।

खान पान अन्य सामान्य बातें

देर रात भोजन करने की आदत आपकी सुस्ती का कारण हो सकती है। कई लोग ऑफिस या पार्टी के चक्कर में देर रात तक खाना खाते हैं, जिससे रात को नींद में परेशानी होती है। इससे आपका पूरा दिन खराब हो सकता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक रात में जल्दी खाना आपको चुस्ती व स्फूर्ती देता है।

स्वादिष्ट व पौष्टिक भोजन होने पर थकान का अनुभव नहीं होता है। दूध का सेवन थकान दूर करता है, दूध में केसर डालकर, जाड़े के दिनों में खजूर डालकर, कभी अंजीर कभी मुनक्का डालकर दूध पीएं। चरक अनुसार अंगूर, खजूर, अनार, अंजीर, गन्ना, जौ, चिरौंजी को थकावट दूर करने वाला बताया है, गुड़ का सेवन भी थकान दूर करता है।

दही का सेवन न केवल थकावट दूर करता है, बल्कि शारीरिक बल में वृद्धी भी करता है, तथा भोजन में रूचि पैदा करता है। यह प्रोबायोटिक होने की वजह से सभी तरह की बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है। प्रात: काल भोजन के बाद गर्मी में पानी, दोपहर के भोजन के बाद छाछ व शाम को भोजन के उपरान्त दूध का सेवन थकावट नहीं होने देता है। गर्मी के दिनों में, दिन में फलों का सेवन, फलों का रस, नींबू की शिंकजी, गन्ने का रस, नारियल पानी, लस्सी, छाछ व कैरी का पना इत्यादि गर्मी से राहत देते है व ऊर्जा का संचार करते है, गर्मी के दिनों में ककड़ी खाने से थकावट दूर होती है।

खून की कमी होने पर पालक, टमाटर, चुकन्दर व आंवले का प्रयोग करें तथा आंवले का मुरब्बा खाएं। सिके हुए चने, गुड़, मुनक्का, तवे पर सेंक कर काली मिर्च व काला नमक मिलाकर खाएं।

1. पूर्ण जांच कर खाएं इससे शंका दूर करने में मदद मिलेगी और आपको रोग न होने का विश्वास।

2. अपने दैनिक कार्य की समीक्षा करें, जिन कार्यों में आपकी रूचि हो उन्हें पहले पूर्ण करें, जिनमें रूचि न हो उनके कारण ढूंढे। कुछ नई बातें सीखने की जरुरत हो, तो उन्हें सीखें, याद रखें, मनुष्य अपने जीवन के अंतिम क्षणों तक सीखता रहता है।

3. एकाकीपन त्यागें, दूसरों के साथ रहें, कुछ कार्य करें या मनोरंजन में व्यस्त रहने का प्रयास करें।

4. एक ही प्रकार का काम लम्बे समय तक करते-करते थकान का अनुभव होने लगता है, इसलिए थोड़े-थोड़े समय का अंतराल अवश्य लें।

5. विश्राम से थकावट दूर होने की बात गलत है और जब तक कोई बीमारी न हो तब तक अधिक विश्राम न करें।

6. दुसरे लोगों में रूचि बढ़ाने से अपना गम भूल जाएंगे, यह उत्साही जीवन के लिए आवश्यक है।

7. अधिक समय तक मोबाईल से चिपके रहना भी थकान को बढ़ा सकता है। हमेशा मोबाईल को अपने पास न रखें, खाना खाते समय, सोते समय, विद्यार्थी अध्ययन करते समय मोबाईल से दूरी बनाये रखें। सोने से पहले फोन चेक करने की आदत आपकी नींद ख़राब कर देती है। रात को मोबाईल दूर रखकर सोएं। मोबाईल से निकलने वाली नीली रोशनी दिमाग के लिए खतरनाक है और यह मस्तिष्क को कमजोर करती है।

8. संगीत भी मन को शांती प्रदान करता है, कई लोगों को थकान और आलस्य दूर करने का सबसे बेहतरीन तरीका संगीत लगता है, संगीत सुनने से स्वभाव में बदलाव आने के साथ व्यक्ति स्वयं को मानसिक व शारीरिक रूप से तरोताजा महसूस करता है।

9. साप्ताहिक अवकाश का आनंद लें, दर्शनीय ऐतिहासिक स्थलों पर जाएं मंदिर, मस्जिद, गुरुव्दारा, गिरजधार अपने धर्मानुसार जाएं। ऐसे साधनों की खोज करते रहिए, जिससे मन शांत और प्रसन्न रहे। क्रोध, ईर्ष्या, व्देष, घृणा आदि मनोविकारों से दूर रहें, ये सभी कारण आपकी थकान को बढ़ायेंगे।