आयुर्वेद के अनुसार ताजे अंजीर की अपेक्षा सूखा अंजीर अधिक गुणकारी होता है। लेकिन इसका उपयोग करने से पहले इसे साफ पानी से अच्छी तरह धो लेना चाहिए। सुखा अंजीर दूध के साथ सेवन करने से शरीर मजबूत होता है।
अंजीर में सेल्यलीज नामक रसायन होता है, जो कब्ज दूर करता है। यदि रात को सोते समय 5 से 7 ग्राम अंजीर का सेवन एक सप्ताह तक किया जाए तो इससे कब्ज तो दूर होती ही है, साथ ही आंतों की भीतर दीवार की सफाई भी हो जाती है। भुख खुलकर लगती है और खाना भी आसानी से हजम होता है।
यदि कब्ज बहुत पुरानी हो तो शाम को गर्म पानी में तीन अंजीर डालें। सुबह उसी पानी में अंजीर मसलें, उसका बचा हुआ गूदा खा लेकं और ऊपर से बचा पानी पी जाएं वह प्रयोग कुछ दिन तक लगातार करने से कब्ज से स्थायी रूप से छुटकारा मिल जाता है।
दमा रोग में भी अंजीर लाभप्रद है। रात को सोते समय दो-तीन अंजीर खाएं। ऊपर से मलाईरहित दूध पी जाएं। यह प्रयोग 15 दिन तक करने के बाद ही इसका असर दिखाई देता है, ऐसा एक माह तक करें।