साहित्य : मट्टी का मटका, पानी, काॅपर का गिलास, कांच का जार, गाजर , ककड़ी, धनिया, पुदीना, आवला, अदरक, निंबू, मिर्च, तुलसी के पत्ते
कृती : एक मट्टी के मटके में पानी लीजिये। इस पानी में करीब १२ घंटे तक काॅपर का गिलास डालकर रख दीजिये। १२ घंटे के बाद यह पानी कांच के जार में डाले।इसके बाद इस पानी में कटे हुए सब्जियों के तुकडे डालकर करीब ६ घंटे तक रख दीजिये।इस वाॅटर को अल्कलाईन वाॅटर हो जायेगा।इसके बाद इस वाॅटर में आवले के तुकडे डाल दीजिये। तभी यह वाॅटर मॅजिक वाॅटर बन जायेगा।
इस वंडर वाॅटर को कैसे पीना है ?
सुबह खली पेट कुकड़ू आसन में बैठ के सब्जियों को चबाचबाकर पीना है। यह वाॅटर आप दिन में तीन बार भी पी सकते है।
इसका उपयोग : यह वंडर वाॅटर हर तरह के कैंसर की बिमारी, लीवर और किडनी की बीमारी में उपयुक्त है।