आजकल प्रदुषण के कारण दमा रोग होने की संभावना बढ गई है। इस बीमारी के चपेट में बडे से लेकर बच्चो तक सभी आ रहे हैं। दमा के बारे में आमतौर पर लोगो की यही धारणा रही हैं की, व्यायाम करने से सांस फुलने लगती है, जिससे दमा के मरीज की स्थिती और बुरी हो जाती है, या दमा का दौरा पडने का खतरा बढ जाता है। लेकिन हाल के एक अध्यायन से ये पता चला है की, नियमित तौर पर हल्का व्यायाम करने से दमा के लक्षणों को मैनेज किया जा सकता है।
सैर और योग जैसे व्यायाम नियमित रूप से 30 मिनट किए जाएं तो दमा (अस्थमा) के लक्षणों में सुधार आ सकता है। बीएमजे ओपन रेस्पिरेटरी रिसर्च में प्रकाशित एक नए अध्यायन में यह दावा किया गया है। शोध में अस्थमा पीडित 643 व्यक्तियों के व्यायाम की आदतों का निरीक्षण किया गया। अध्यायन में ज्ञात हुआ कि, जो लोग नियमीत रूप से समुचित शारीरिक गनिवीधी करते थे, उनमें व्यायाम न करने वालों की तुलना में अस्थमा के लक्षणों पर ढाई गुना अधिक नियंत्रण देख गया।

