विटामिन सी से युक्त सौंफ में कैल्शियम, सोडियम,फॉस्फोरस, आयरन और पोटेशियम जैसे अहम तत्व होते है और यूनानी दवाओं में सौंफ की बेहद सिफारिश की जाती है । पेट के कई विकारों जैसे मरोड, दर्द और गैस्ट्रो विकार के उपचार में यह बहूत लाभकारी है । सौंफ स्मृति और नेत्र ज्योति बढाती है और इससे कोलेस्टेरॉल भी काबू में रहता है। चमत्कारी सौंफ के सेहत के लिए फायदे कुछ इस प्रकार हैं -
- भोजन के बाद रोजाना 30 मिनट बाद सौंफ लेने से कोलेस्टेरॉल काबू में रहता है ।
- 5-6 ग्राम सौंफ लेने से लीवर और आँखों की ज्योति ठीक रहती है ।
- अपचन संबंधी विकारों में सौंफ बेहद उपयोगी है । बिना तेल के तवे पर तली हुई सौंफ और बिना तली सौंफ के मिक्चर से अपच के मामले में बहुत लाभ होता है । दो कप पानी में उबली हुई एक चम्मच सौंफ को या तीन बार लेने से अपचन और कफ की समस्या समाप्त होती है ।
- अस्थमा और खाँसी के उपचार में सौंफ सहायक है । कफ और खाँसी के इलाज के लिए सौंफ खाना उपयोगी है।
- गुड के साथ सौंफ खाने से मासिक धर्म नियमित होता है।
- यह शिशुओं के पेट और उनके पेट के अफारे को दूर करने में बहुत उपयोगी है । एक चम्मच सौंफ को एक कप पानी में उबलने दें और 20 मिनट तक इसे ठंडा होने में मदद मिलती है । शिशु को एक या दो चम्मच से ज्यादा यह घोल नहीं देना चाहिए ।
- सौंफ के पावडर को शक्कर के साथ बराबर मिलाकर लेने से हाथों और पैरों कर जलन दूर होती है । भोजन के बाद 10 ग्राम सौंफ लेनी चाहिए ।
- भोजन के बाद सौंफ चबाने से साँस तरोताजा रहती है, अपचन दूर होती है और कब्ज भी खत्म होती है । मितली का एहसास भी इससे दूर होती है ।

