Latest New

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

सौंफ आपकी किचन का जानदार साथी।

 

विटामिन सी से युक्त सौंफ में कैल्शियम, सोडियम,फॉस्फोरस, आयरन और पोटेशियम जैसे अहम तत्व होते है और यूनानी दवाओं में सौंफ की बेहद सिफारिश की जाती है । पेट के कई विकारों जैसे मरोड, दर्द और गैस्ट्रो विकार के उपचार में यह बहूत लाभकारी है । सौंफ स्मृति और नेत्र ज्योति बढाती है और इससे कोलेस्टेरॉल भी काबू में रहता है। चमत्कारी सौंफ के सेहत के लिए फायदे कुछ इस प्रकार हैं -

  •  भोजन के बाद रोजाना 30 मिनट बाद सौंफ लेने से कोलेस्टेरॉल काबू में रहता है ।

  •  5-6 ग्राम सौंफ लेने से लीवर और आँखों की ज्योति ठीक रहती है ।

  •  अपचन संबंधी विकारों में सौंफ बेहद उपयोगी है । बिना तेल के तवे पर तली हुई सौंफ और बिना तली सौंफ के मिक्चर से अपच के मामले में बहुत लाभ होता है । दो कप पानी में उबली हुई एक चम्मच सौंफ को या तीन बार लेने से अपचन और कफ की समस्या समाप्त होती है ।

  •  अस्थमा और खाँसी के उपचार में सौंफ सहायक है । कफ और खाँसी के इलाज के लिए सौंफ खाना उपयोगी है।

  •  गुड के साथ सौंफ खाने से मासिक धर्म नियमित होता है।

  •  यह शिशुओं के पेट और उनके पेट के अफारे को दूर करने में बहुत उपयोगी है । एक चम्मच सौंफ को एक कप पानी में उबलने दें और 20 मिनट तक इसे ठंडा होने में मदद मिलती है । शिशु को एक या दो चम्मच से ज्यादा यह घोल नहीं देना चाहिए ।

  •  सौंफ के पावडर को शक्कर के साथ बराबर मिलाकर लेने से हाथों और पैरों कर जलन दूर होती है । भोजन के बाद 10 ग्राम सौंफ लेनी चाहिए ।

  •  भोजन के बाद सौंफ चबाने से साँस तरोताजा रहती है, अपचन दूर होती है और कब्ज भी खत्म होती है । मितली का एहसास भी इससे दूर होती है ।