प्राय: देखा जाता है कि डायटिंग करते समय महिलाएं और युवा लडकियां खाना एकदम बंद कर देती है। इससे शरीर को मिलनेवाली ताकत में कमी आ जाती है और मानसिक तनाव तथा चिडचिडापन होने लगता है। कभी-कभी लो ब्लड प्रेशर और सिरदर्द की शिकायत भी हो जाती हैं।
डाइटिंग करते समय भी नियमित पानी अत्यंत लाभदायक है। पानी शरीर को परिपूर्ण रखता है, चिकित्सक भी इसकी सलाह देते हैं। डायटिंग करने वाले को दिन में तेज भूख लगे तो एक गिलास पानी पी लेना चाहिए। खाने से आधा घंटे पहले पानी पीना ठीक रहता है। इससे भूख कम लगेगी, इसके अलावा डाइटिंग करने वाले व्यक्ति को भोजन में ताजे फल और हरी रेशेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए। इनमें वसा तथा कैलोरी की मात्रा कम होती है तथा विटामिन और मिनरल्स अधिक मात्रा में पाये जाते हैं। डाइटिंग में देखा गया है कि, ज्यादातर लोग दोपहर का भोजन भी छोड देते हैं। इससे दिन भर में तेज भूख लग आती है, इसलिए दोपहर में हल्का-फुल्का भोजन कर लेना ठीक रहता है। इसके लिए तली हुई चीजों का सेवन न करें।
शारीरिक बनावट, कद और वजन के लिहाज से ही डाइटिंग कर, शरीर का संतुलन बनायें। रोज ही अनेक पत्र-पत्रिकाओं में अनेक ऐसे विज्ञापन प्रकाशित होते हैं, जिनमें कुछ विशेष यंत्रो और गोलियों द्वारा शरीर के मनचाहे भाग की चर्बी कम करने का दावा किया जाता है। परंतु देखने में आया है कि, तमाम दावे भ्रामक होतें हैं। डाइटिंग द्वारा वजन घटाने की प्रक्रिया में अपने स्वास्थ्य का पूर्ण ध्यान रखना चािइए। कहीं ऐसा न हो कि कम खाने के कारण आपका शरीर ही अंदर से खोखला हो जाए। इससे शरीर में कमजोरी आ सकती हैं।
इन सब बातों के साथ ही लगातार व्यायाम करना भी डाइटिंग का अभिन्न हिस्सा है। व्यायाम के द्वारा अनावश्यक चर्बी को कम किया जा सकता है। केवल भोजन कम करने से शरीर में कमजोरी आ सकती है। इससे शरीर की सुंदरता पर भी विपरीत प्रभाव पडता है। आवश्यकतानुसार व्यायाम करें, साथ ही संतुलित आहार लें, भोजन भूख लगने पर ही खायें। चलते-चलते खाने-पीने की आदत पर रोक लगायें।