सफ़लता प्राप्त करने के लिए सुबह जल्दी उठना बहुत जरुरी है। इससे स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है और पढाई में मन भी लगता है। सुबह जल्दी कैसे उठें?, इसके लिए कुछ टिप्स दिए जा रहे है।
सुबह चार या पांच बजे उठने की आदत डालो। रोज जितने बजे उठते हो, उससे 15 से 30 मिनट पहले उठना शुरु कर दो। हर एक-दो दिन पर 15 से 20 मिनट कम सोओगे, तो समय पर उठना शुरु कर दोगे।
सेहत का राज
आठ घंटे सोना, इससे तो हम सभी परिचित हैं, लेकिन कब सोना है, कब जागना है, इसकी समय सीमा के बारे में सही जानकारी कम लोगों को ही होती है। मैडोना से लेकर अक्षय कुमार तक की फ़िटनेस और स़्फूर्ति का राज यह है कि, वह रात में जल्दी सोते हैं और सुबह भी जल्दी ही उठते हैं। सुबह पांच बजे उठने के बाद बॉलीवूड अभिनेता अक्षय कुमार अपने लॉन में आठ किलोमिटर तक लगातार दौड लगाते हैं।
इसके बाद थोडी बहुत एक्सरसाइज करके फ़ल और जूस का नाश्ता करते हैं। शूटिंग पर जाने से पहले दही और एक रोटी उनका पसंदीदा खाना है। पूरे दिन शुटिंग में व्यस्त रहने के कारण दोपहर का भोजन फ़िक्स नहीं होता हैं। ऐसे में शुटिंग के बीच में ही थोडा-बहुत खाते-पीते रहते हैं। अक्षय की फ़िटनेस और सक्रियता का मूलमंत्र उनकी सुबह उठने की आदत और उठने के बाद रोजना दो घंटे व्यायाम करना हैं। एक आम कामकाजी व्यक्ति भले ही दो घंटे तक व्यायाम नहीं कर सकता हो, लेकिन सुबह उठकर थोडी बहुत चहलकदमी तो हर कोई कर सकता है, इससे न स़िर्फ सुबह की ताजी और साफ़-सुथरी हवा शरीर में प्रवेश करती है, बल्कि पूरी रात एक ही अवस्था में लेटे रहने से शरीर की अकडन भी दूर हो जाती है। दिन भर थकान का अनुभव करने वाले लोग यदि इस तरीके को आजमाएंगे तो शुरुआती दिनों में उन्हें भले ही थोडी परेशानी हो सकती है, लेकिन एक सप्ताह तक लगातार इस तरीके को आजमाने के बाद फ़िटनेस से जुडी हर परेशानी आसानी से दूर की जा सकती है। सुबह यदि ताजगी भरी होती है तो, पूरा दिन न स़िर्फ काम करने में मन लगता है, बल्कि शाम तक खुद को ऊर्जावान महसूस करते रहेंगे। सुबह जल्दी उठने से शरीर पूरे दिन ऊर्जावान बना रहता है, इसकी पुष्टि वैज्ञानिक रुप से भी की जा सकती है। स्वास्थ्य सलाहकार मानते हैं कि, हमारे शरीर का केंद्रीय तांत्रिका तंत्र रोशनी के आधार पर प्रतिक्रिया देता है। सूरज की घटती-बढती रोशनी से भी शरीर को संकेत मिलते हैं। यह संकेत ही शरीर को ऊर्जा देने वाले कारकों को सक्रिय करते हैं। सूरज की कम ज्यादा रोशनी से संकेत सीधे मस्तिष्क तक पहुंचते हैं और फ़िर इन्हीं के आधार पर हमारा शरीर पूरा दिन काम करता है। सुबह जल्दी उठने पर सूरज की रोशनी में ठंडक का एहसास होता हैं।
कुछ उपाय
- अलार्म घडी, को बिस्तर के पास मत रखों, क्योंकि नींद में आलस्य के कारण तुम अलार्म बंद कर सकते हो।
- घडी को इतनी दूर रखो कि तुम सुन सको।
- रात में देर तक टीवी मत देखो।
- देर तक कम्प्यूटर पर भी मत बैठो।
- छुट्टी के दिन ज्यादा देर तक न सोएं।
- नियम अनुसार जितने बजे रोज उठते हो, उतने ही बजे उठें।
- सोने से पहले यह तय कर लो कि, सुबह क्यों उठाना है? पढना है? जॉगिंग करना है? या कोई और काम।
- उठने का कोई कारण होगा, तो जल्दी उठने में आसानी होगी।
- सूर्योदय का दृश्य बहुत अच्छा होता है। वातावरण शांत होता है ठंडी हवाएं चलती हैं। शरीर के साथ मन भी अच्छ हो जाता हैं। सुबह जल्दी उठने से तुम ये नजारे देख सकोगें।