वर्तमान परिप्रेक्ष्य में देखा जाये तो आज हर व्यक्ति चाहता है कि, उसकी काया पर चर्बी न हो यानी मोटापा न रहे। सच पूछा जाये, तो मोटापा तो रोग की श्रेणी में आता है। यदि मोटापा से ग्रासित व्यक्ति, वर्ष में दो बार चंद्रायण व्रत कर ले तो निश्चित तौर पर, उनका बीस किलो वजन घट सकता है। उपरोक्त के अलावा कुछ बिन्दुओं पर भी व्यक्ति अगर ध्यान दे तो सोने पे सुहागा की तरह काम करेगा। जैसे रोज कम से कम तीन से चार लिटर पानी पीना, नित्य कम से कम एक से दो किलो मीटर पैदल चलना, ऐसा खाद्य पदार्थ लेना जिसमें वसा कम हो तथा फाइबर की मात्रा अधिक हो, घर के इर्द गिर्द, मुहल्लों इत्यादि पास-पड़ोस में जाने के लिए पैदल ही जाएं। जूस इत्यादि लिक्विड पदार्थो का सेवन करे। जिसमें कैलोरी व शुगर न के बराबर हो। दिन भर में खाद्य पदार्थो के माध्यम से जितनी कैलोरी शरीर में जा रही है कोशिश करके शारीरिक श्रम के माध्यम उस कैलोरी को अनिवार्य रुप से बर्न करना चाहिए। घर पर छत इत्यादि पर जाने के लिए बनी सीढी पर दिन में कई बार नियमित रुप से चढें उतरे। योग-व्यायाम को जरूर शामिल करें।