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मुंह की दुर्गंध से हैं परेशान हो, तो करें ये उपाय

यदि आप चार लोगों में बैठे हैं और आप के मुंह से दुर्गंध आती है, तो यह आपकी शर्मिंदगी का कारण बन सकती हैं। कई लोग बीमारी से अनभिज्ञ होते हैं। जिसके कारण यह कई बीमारियों को खडी कर देती हैं। मुख दुर्गंध से ग्रसित लोग दूसरों का विश्वास जीतने में असफ़ल रहते है। लोग भी इनके पास आने में संकोच करते हैं। ऐसे लोग स्वयं के साथ-साथ दूसरों के लिए भी परेशानियों का सबब बनते हैं।

जीवनशैली में बदलाव

आज शहरीकरण के बढते, हमारी जीवनशैली में भी परिवर्तन आया हैं। अब चिपचिपे, बोतल बंद व मीठे खाद्य पदार्थों का अधिक चलन है। ऐसे में नैसर्गिक आहार की कमी से दांतों की बीमारियां आम हो गई हैं। शहर ही नहीं ग्रामीण अंचलों में भी यही हालात हैं। गाँव के लोग आज भी पान, बीडी, सुपारी आदि का सेवन कर रहे हैं। मुख की अस्वच्छता, उनके दांतों व मसूढों के लिए कई बीमारियों का कारण बन रही है।

क्या हैं कारण?

  • नियमित रुप से दांतों की साफ़ सफ़ाई नहीं करने से दांतों के बीच अन्न के कण जमा हो जाते हैं। जिससे इनमें मौजूद बैक्टीरिया, सलफ़्यूरस गैस पैदा करते है। जो मुख की दुर्गधी का कारण बनती हैं।

  • धूम्रपान करने वाले लोगों के मुख से अक्सर दुर्गंध आती है। पानी कम पीना, मुख का सूखा रहना, लार कम आना आदि की वजह से मसूढों पर प्लॉक की परत जम जाती है। जिससे मुख से दुर्गंध आने लगती हैं।

  • जिनके दाँत टेढे-मेढे हों, उन लोगों को यह शिकायत अधिक रहती है।

  • नाक, कान, गले की बीमारियाँ जैसे मुह में छाले, साइनोसाइटिस, टांसिलाइटिस आदि बीमारियों से मुख में बैक्टीरिया की तादाद बढ जाती है। जिससे मुख की दुर्गंध की समस्या जन्म लेती है।

क्या है उपचार?

  • मुख की दुर्गंध का कारण दांतो की नियमित सफ़ाई नहीं होना है। अतः इस बीमारी से बचने के लिए सुबह-शाम ब्रश करना न भूले।

  • जिनके दांत टेढे-मेढे हों, वे लोग दंत चिकित्सक से इसका उपचार अवश्य करवाएं।

  • दांतो को आलपिन या सुई हाथों से कुरेदने की बजाय टूथ पिक का इस्तेमाल करें और धुम्रपान से परहेज करें। मोती जैसे चमचमाते दांत हमारे व्यक्तित्व की पहचान होते हैं। हम सभी चाहते हैं कि, लोग हमसे बात करते समय अपनी नाक सिकोडने की बजाय प्रसन्नता का अनुभव करें। लेकिन कभी-कभी हमारे मुख से आती दुर्गंध लोगों को हमसे दूर रहनसे को मजबूर करती है। यह बात बोलने की नहीं बल्कि समझने की होती है।

मुंह के सफाई के साथ ही दांतों को मजबूत व चमकीला बनाए

  • दांतों को मजबूत, चमकीला एवं निरोगी बनाने के लिये नींबू के छिलके को धूप में सूखा कर इसको बारीक पीस कर मंजन बनायें या अखरोट के छिलकों को बारीक पीस कर मंजन बनायें। इसे रोज सुबह-शाम घिसने से दांत मजबूत व चमकीले होंगे।
  • तिल के तेल में शहद समभाग में मिलाकर मसूढों पर मालिश करने से भी दांत मजबूत बनते हैं। टमाटर का रस पीना भी फ़ायदेमंद होता है।
  • मसूढों से खून और पीव आता हो तो लहसुन के रस में एक तोला शहद मिलाकर चाटें।
  • राई या जीरा के गर्म पानी में कुल्ला करने से दांत ठीक होते हैं व मसूढों की व्याधियां दूर होती है।