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तनाव से हैं परेशान, ये आठ फंडे देंगे आपको राहत


तनाव से निजात दिलाने में ‘रिलैक्सेशन रिस्पॉन्स’ नाम की तकनीक काफी कारगर साबित हो सकती है। कुछ ही मिनट में आपको सुकून देने वाली यह विधी न सिर्फ आसान हैं। बल्कि काफी फायदेमंद भी! इसके कुछ फंडों पर गौर कीजिए।

अगर आप रोज-रोज के तनाव से परेशान हैं, तो हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के प्रोफेसर और जाने-माने कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. हरबर्ट बेन्सन की सलाह पर अमल कीजिए और तनाव से छुटकारा पाइए। इसके बाद न केवल आपको सिरदर्द से छुटकरा मिलेगा, बल्कि अच्छी नींद आएगी और ब्लड प्रेशर भी कम होगा। ‘रिलक्सेशन रिस्पॉन्स’ नाम की यह तकनीक दरअसल बहुत काम की है।

इसके लिए आपको कोई खास तकनीक की जरुरत नहीं है। अगर आप रोज अपने रुटीन से कुछ मिनट शांत होकर एकाग्रचित हो सकते हैं, तो आपको काफी फायदा मिल सकता है। यह कमाल है, कुछ शब्दों, मुहावरों और ध्यान का-

1. कोई एक शब्द, मुहावरा चुनिए। कई लोग कोई प्रार्थना या प्रार्थना के कुछ शब्दों का इस्तेमाल करते हैं।

2. कोई ऐसी जगह तलाशिए जहां कोई शोर-शराबा न हो और शांत भाव से आराम से बैठ जाइए। कुछ लोग कमलासन में बैठने की सलाह देते हैं, लेकिन ऐसा अनिवार्य नहीं है। आप किसी भी पोजीशन में आराम से बैठ सकते हैं।

3. बैठने के बाद कुछ देर तक लंबी और गहरी सांसे लीजिए। फिर, आंखे बंद कर लीजिए। पैर के तलवे से शुरु करते हुए सिर तक की सभी मांसपेशियों को पहले कसिए और फिर ढीला छोड दीजिए।

4. धीरे-धीरे सामान्य रुप से सांस लीजिए ऐसा करते समय चयनित शब्द, आवाज, मुहावरे या प्रार्थना को मन में दोहराते रहिए। ऐसा सांस छोडते वक्त कीजिए। सांस लेते व छोडते समय आप किन्हीं दो शब्दों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। एक शब्द सांस खीचंते समय बोलिए और दूसरे का उच्चारण सांस छोडते हुए मन में ही कीजिए। ऐसा लगातार करते रहिए।

5. अपने विचारों के प्रति सकारात्मक रुख रखिए। जब इधर-उधर के विचार आने लगें तो उनको चुपचाप दरकिनार करते हुए अपना ध्यान सांस लेने पर केंद्रित रखिए।

6. यह क्रिया 10-20 मिनट तक जारी रखिए। इसके लिए बीच में आप अपनी आंखे खोलकर समय देख सकते हैं। लेकिन अलार्म मत लगाइए।

7. क्रिया खत्म करने के तुरंत बाद झटके से मत खडे होइए। कुछ मिनट तक चुपचाप बैठे रहिए। ताकि बाहरी विचार वापस आ सकें। इसके बाद, अपनी आंखे खोलिए और एक मिनट और बैठे रहिए।

8. यह क्रिया दिन में एक या दो बार कीजिए। इसके लिए नाश्ते के पहले और रात के भोजन के पहले का समय सबसे उपयुक्त है।