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अल्सरेटिव कोलाइटिस से निपटने के प्राकृतिक उपचार

'अल्सरेटिव कोलाइटिस' को 'कोलाइटिस' भी कहते हैं। यह अल्सरेटिव कोलाइटिस, एक पेट की बीमारी है, जिसमें बडी आंत के अंदर सूजन आ जाती है। 

तो आइए जानते हैं इसके प्राकृतिक उपचार...

कोलाइटिस होने पर रोगी के पेट में जोर की ऐंठन, दस्त, लगातार डायरिया रहना, बुखार आना, वजन घटना और अनिद्रा जैसी बीमारियां हो सकती है। इससे पीडित लोगों को कोलेरेक्टल कैंसर का खतरा हो सकता है। इसलिए कभी भी इस बीमारी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ‘इन्फ्लैमैट्री बॉयल डिजीज’ से जुडी समस्याएं काफी दर्दनाक हो सकती हैं।

इतना ही नहीं अगर लक्षणों के बावजूद सही से इलाज ना कराया जाए, तो कई मामलों में सर्जरी की भी जरुरत पड सकती है। अगर आप भी इस समस्या से पीडित हैं, तो इन चार हर्बल उपचार के जरिए काफ़ी हद तक आराम पा सकते हैं।

ऐलोवेरा

ऐलोवेरा अपने एंटी-इनफ्लेमेट्री गुणों और पाचन में सहायता पहुचाने के लिए जाना जाता है। इसका इस्तेमाल पुरानी बीमारियों में, जैसे अल्सरेटिव कोलाइटिस से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए किया जाता है। लंदन के क्वीन मैरी स्कूल ऑफ मेडिसीन एंड डेनिस्ट्री के शोधकर्ताओं ने यूसी से पीडित रोगियों को चार हफ्ते तक 100 एमएल ऐलोवेरा दिया। इसके सेवन से 70 फीसदी रोगियों में सुधार के लक्षण देखे गए।

गेहूं की घास का रस

गैस्ट्रो इन्टेस्टनल और अन्य बीमारियों के इलाज के लिए गेहूं के घास के रस का इस्तेमाल 30 से ज्यादा सालों से किया जा रहा है। साल 2002 में डॉक्टरों ने पाया कि, गेंहू के घास का रस अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षणों को कम करने में प्रभावी है और गुदा से खून बहने की समस्या को भी कम कर सकता है। एक महीने तक रोजाना 20 एमएल रस पीने से आपको आराम मिलेगा।

हल्दी

हल्दी में एंटी-इनफ्लेमेट्री गुण के साथ करक्यूमिन नाम का यौगिक पाया जाता है। ये यौगिक पेट से एसिड स्त्राव कम करने सहित पेट के सूजन कम करने में भी सहायक है। इतना ही नहीं ये पेट की आंतों में अल्सर होने से बचाता है। जापान के अध्ययनकर्ताओं ने अपने एक अध्ययन में पाया कि, छह महीने तक नाश्ते और रात को खाने के बाद, एक ग्राम हल्दी खाने से, अल्सरेटिव कोलाइटिस को रोकने में मदद मिलती है।

अनानस का रस

अनानस में एक तरह का एंजाइम ब्रोमलैन तत्व पाया जाता है, जो पाचन सहायता के रुप में काम करता है। इसके अलावा इसमें इन्फेमेट्री गुण भी होते हैं। अध्ययन-कर्ताओं के अनुसार अनानस के ये तत्व अल्सरेटिव कोलाइटिस के कारण पेट में होने वाली सूजन के खिलाफ़ लडने में कारगार हो सकते हैं।