नए बढिया ताजे मुनक्का के 15 दाने लेकर उन्हें भली प्रकार पानी से साफ कर लें। इसके बाद रात में साफ पानी में भिगो कर रख दें। ये जब सुबह तक फूल जाएं तो इन्हें खूब चबा-चबा कर खाएं। बचे हुए पानी में थोडा गुड मिलाकर उसे भी पी जाएं।
करीब एक माह तक ऐसा करने पर फेफडों की कमजोरी और विषैले मवाद नष्ट हो जाएंगे। यह फार्मूला इतना कारगर माना गया है कि, दमे के दौरे भी इससे बंद हो जाते हैं। इसके अलावा, पुरानी खांसी, पेट की खराबियां ठीक होती हैं। रक्त के लाल कण बढते हैं। कब्ज, बवासीर और मुंह के छालों में इससे आराम मिलता है।
- रात में भिगोए गए मुनक्का अदि सवेरे दूध में उबालकर करीब आधे घंटे बाद खाए जाएं तो काफी शक्तिवर्धक सिध्द होता है। याद रहे मधुमेह में मुनक्का सेवन वर्जित होता है।
- शुध्द शहद के साथ दो चम्मच मुनक्का रोजाना लेने से फेफडे मजबूत रहते हैं। साथ में नाडी तंत्र भी सुव्यवस्थित होता है।