सलाद का उपयोग भोजन के साथ या अलग से किया जाता है। सलाद भोजन की शान होता है। यह शरीर के लिए भी अति लाभदायक होता है। सलाद के अंतर्गत ऐसी विभिन्न प्रकार की सब्जिीयों व कंदों को लिया जा सकता है, जिन्हें कच्चा खाया जा सके। सलाद का नियमित सेवन शरीर को धष्ट-पुष्ट व स्वस्थ बनाता है।
आदिकाल में लोग खाद्य पदार्थों को कच्चा ही खाते थे। समय के साथ-साथ परिवर्तन आया और पकाकर, उबालकर, तलकर या तेल-मसाले युक्त व्यंजन बनाकर खाए जाने लगे। आदिमानव स्वास्थ्य की दुष्टि से निरोगी होकर दीर्घजीवी एवं बलिष्ठ होते थे। इसका मुख्य कारण यह था कि वे कच्ची सब्जी एवं कंद-मूल खाते थे। वर्तमान में तरह-तरह के मसालेदार व्यजनों का सेवन बढता जा रहा है। फलस्वरुप रक्तचाप, मधुमेह, हृदयरोग जैसी अनगिनत बीमारियों की संख्या में भी वृध्दी हो रही है।
सामान्यतः सलाद के रुप में मूली, गाजर, प्याज, टमाटर व नींबू का प्रयोग किया जाता है, जबकि सलाद के रुप मे हम अनेक प्रकार की सब्जियों का भी प्रयोग कर सकते हैं। पाश्चात्य देशों में सलाद के लाभों को देखते हुए सलाद बार की संख्या में लगातार वृध्दि हो रही है। सलाद का उपयोग जहां एक ओर शारीरिक दृष्टि से लाभदायक है, वही आर्थिक दृष्टि से भी अधिक महंगा साबित नहीं होता। सलाद के सेवन से प्रत्यक्ष रुप से हम अधिक मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, खनिज आदि कम मूल्य में एवं हानिरहित रुप से प्राप्त कर सकते हैं। सलाद को अपने भोजन का अनिवार्य अंग मानें।